Monday, February 20, 2017

पेंशन की फ़ाइल

 माँ के पेंशन की फ़ाइल साहब निपटाओ,
घर में बड़ी तंगी है ।
बाबू बोला दाँत दिखाकर,
बेटा दुनियाँ बड़ी भिखमंगी है ।
ऊपर तक खिलाना पड़ता है।
अपने हिस्से तो बस आठ आना पड़ता है ।
बोला युवक पैसे कहा से लाऊँगा,
दे दिया तो भूखा मर जाऊंगा ।
बाबू बोला माँ की छोड ,
देता जा अपने पेंशन की अर्जी ।

मुफ्त मे सलाह दिया ,
काम नहीं है फर्जी।
युवक बोला मगर मेरी नौकरी में ,
तीस साल बाकी है ।
बाबू बोला बिना चढ़ावा ,
ये भी ना काफी है।
अर्जी देता जा शायद ,
फ़ाइल तेरी निकल जाएगी ।
तुझे ना मिली तो ना मिली ,
तेरे बीवी को तेरी पेंशन मिल जाएगी ।
बीवी को पेंशन मिल जाएगी,
तेरे बेटे को जूता न घिसना पड़ेगा।
बाबु-अफसर के बीच,
ना पिसना पड़ेगा।
खाएगा वो अपने पैसे की अगर,
तो तेरे पेंशन से जेब खर्च के मज़े लेगा।
वरना ख्वामख्वाह ही सिस्टम को कोसेगा,
और तुझे गालियाँ देगा।

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